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जश्ने-जीवन साथी– कैसे अपने जीवन साथी की सफलता का जश्न मनाएं

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अपने दाम्पत्य जीवन में एक मधुर बदलाव लाने के लिए आज सुबह अपने जीवनसाथी को, “फॉर अ चेंज”(for a change),  उन्होनें जो भी अच्छा किया है, उस के लिए उनको सराहें। कहने का मतलब यह है, कि अगर आज कोई “occasion” नहीं  भी है, तो भी उनके साथ जश्न मनाएं।

करके देखिये अच्छा लगता है। 🙂

साथ में जश्न मनाना, रिश्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता  है, जो अकसर हम समझ नही पातें।

जश्न मनाना, यानी, अपने लाइफ पार्टनर  की सफलता को प्रोत्साहन देना।

रिश्ते हमारे लिए बहुत महत्व रखते हैं, पर हम उन्हें अकसर ठीक से संभाल नही पातें। स्वार्थी व्यक्तित्व हम सब में है, चाहे हम मानें, या नकार दें। अगर हमें सफलता मिलती है, तो हम ख़ुशी से पागल होकर “गुड न्यूज़” सबसे शेयर करते हैं, कभी फेसबुक (#Facebook) पर तो  कभी ट्विटर(#Twitter) पर, बड़ी सफलता पर दावतें रखते हैं, पर क्या यही सब हम आमतौर पर, अपने जीवन साथी  की सफलता पर करते हैं?

कुछ कहेंगे “हाँ”, पर, यह सच है ।  आंकड़ों के हिसाब से देखा गया है, कि ऐसी परिस्थिति में, 86% लोग चाहते हुए भी उतना खुश नहीं  हो पाते, जितना वह स्वयं की सफलता पर होते हैं।

ऐसी सोच, किसी के व्यक्तिगत दोष को नहीं दर्शाती, बल्कि यह एक स्वाभाविक मानसिकता है, जो हमें अपनी तुलना, अपने  पार्टनर से करने पर मजबूर कर देती है, और फिर हमें लगता है, कि हम उतने सफल नहीं है।

विशेष रूप से, जब पत्नी को सफलता हासिल हो, तो पति उसे खुले मन से अकसर स्वीकार नहीं  कर पाते।

‘डाह’ या दूसरों की सफलता से जलन, एक स्वाभाविक मानसिक स्थिति है, जिसके चलते, हमारे  व्यक्तिगत रिश्तों में कड़वाहट आ सकती है। ये  दोष सिर्फ हमारा दोष नहीं है, बल्कि इस स्थिति के लिए सामाजिक, आर्थिक, जनमत और ऐसे  कई सारे कारक जिम्मेदार होते हैं ।

रिश्ते(दोस्त, प्यार,जीवनसाथी), जो हमारे लिए इतने प्यारे हैं, डाह की वजह से, हम उनकी खुशियों में शामिल नही हो पाते, उनकी सफलता को सकारात्मक रूप से स्वीकार नहीं कर पाते, और इससे उनको तकलीफ पहुँचती है। अकसर यह  भी होता है, कि बहुत समय से रिश्ते को विशेष रूप से ध्यान न देने की वजह से भी, उनका महत्व घटता नज़र आता है। हमारे दोस्त/पार्टनर हमसे दूर होते नज़र आते हैं।

पर हम तो ऐसा नही चाहतें, फिर ऐसा क्यों होता है? हम अकसर सोचते हैं ऐसा क्या करें जिससे हमारे रिश्ते मजबूत और टिकाऊ  बने 🙂

नही, इसके लिए फेविकोल (Fevicol) का जोर या अम्बुजा सीमेंट (Ambuja Cement) शायद काम न करें 😀

पर पहल तो आपको ही करनी पड़ेगी।

पहले तो खुद में सकारात्मकता (positivity) लाये। यह बड़ी-बड़ी मुश्किलों को आसान कर देता है।

ये हमें खुले मन से खुश होने की आज़ादी देता है। तुलना या प्रतियोगिता का भाव रिश्तों में अच्छा नहीं  होता, और सकारात्मकता, हमें इन बुरी भावनाओं से मुक्त करता है।

अब जब आप थोड़ा ‘पॉजिटिव फील’ कर चुके हों तो आगे बढ़ते हैं, 🙂 और देखते हैं कि कैसे हम अपने दोस्त/पार्टनर की सफलता का जश्न मनाएं और उन्हें खुश करें :

आप उनके खास दिनों को नोट कर लें, जैसे जन्मदिन, सालगिरह, आदि , और कैलेंडर में ‘मार्क’ कर लें।

उन दिनों पर अपने दोस्त या पार्टनर को सुबह ‘wish’ (मुबारकबाद) करें, फ़ोन से , या फूलों के गुलदस्ते से उन्हें सराहें, उनके चेहरे पर जो ख़ुशी होगी, वह आप सोच भी नहीं सकते।

आपके दोस्त को प्रमोशन मिले, तो आप सबसे यह खबर ‘शेयर’ करें और उनकी तरफ से सब को बुलाकर, आप दावत रखें।

और फिर अगर यह आपके पति या पत्नी की बात है, फिर तो कोई गल ही ना ! अभी उठिए और उनके लिए एक ‘Surprise Gift’ लेकर उन्हें अचम्भित कर दीजिये।

अकसर हमें ज़िन्दगी के कुछ ख़ास दिन, जैसे जनम, सालगिरह, नौकरी का पहला दिन, आदि  याद रहता है, पर रिश्ते की शुरुआत, या साथ साथ चलना, ज्यादातर , ख़ास नहीं लगता, तो हम उनको भूल जाते हैं। पर यह याद रखें, जश्न के लिए कोई अवसर ज़रूरी नहीं है। रिश्ते को आप जब चाहें ‘ताज़ा’ कर सकते हैं, और आपको #लिप्टनचाय भी नही चाहिए,:) बस किचन में जाइए और कुछ ख़ास स्वादिष्ट खाना बनाइये और अपने पार्टनर के साथ अपने रिश्ते की सफलता का जश्न मनाईये, और फिर देखिये कमाल!

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